प्रदेश में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा नवीन राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को प्रभावी रूप से लागू करने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। इस नीति का प्रमुख उद्देश्य भारतीय युवाओं को वैश्विक अर्थव्यवस्था में योगदान के लिए आवश्यक कौशल और शिक्षा प्रदान करना है। बढ़ती जनसंख्या के साथ शिक्षा और रोजगार के अवसरों का विस्तार एक महत्वपूर्ण चुनौती रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए, सरकारी स्कूलों में व्यावसायिक शिक्षा पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
700 नए हायर सेकेंडरी स्कूलों में व्यावसायिक शिक्षा
स्कूल शिक्षा विभाग ने आगामी शैक्षणिक सत्र से 700 नए उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में नवीन ट्रेड और जॉब रोल्स शुरू करने का प्रस्ताव केंद्र सरकार के शिक्षा विभाग को भेजा है। ये कोर्स 21वीं सदी के नवीनतम कौशल उन्नयन पर आधारित होंगे। वर्तमान में 2,383 विद्यालयों में व्यावसायिक शिक्षा के विभिन्न पाठ्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। नए कोर्स शुरू होने के बाद प्रदेश में व्यावसायिक शिक्षा प्रदान करने वाले विद्यालयों की संख्या 3,000 से अधिक हो जाएगी।
उन्नत कृषि और डेयरी विकास पर जोर
नई योजना के अंतर्गत उन्नत कृषि को बढ़ावा देने के साथ-साथ डेयरी विकास से जुड़े कोर्स भी शुरू किए जाएंगे। इसके अलावा, निर्माण क्षेत्र के अंतर्गत मेसन सहायक, कंस्ट्रक्शन पेंटर, असिस्टेंट डिजाइनर, फैशन, हाउसकीपिंग, ऑफिस एडमिनिस्ट्रेशन और मैनेजमेंट से जुड़े जॉब रोल्स भी जोड़े जाएंगे।
वर्तमान में संचालित व्यावसायिक पाठ्यक्रम
इस समय प्रदेश के विद्यालयों में कक्षा 9 और 10 में विभिन्न व्यावसायिक पाठ्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं, जिनमें प्रमुख रूप से निम्न शामिल हैं:
· डाटा एंट्री ऑपरेटर
· जूनियर फील्ड टेक्नीशियन
· असिस्टेंट ब्यूटी थेरेपिस्ट
· रिटेल स्टोर ऑपरेशन असिस्टेंट
· प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड
· फूड एंड बेवरेज सर्विस असिस्टेंट
· माइक्रो फाइनेंस एग्जीक्यूटिव
· असिस्टेंट प्लंबर
· सिलाई मशीन ऑपरेटर
· फोर व्हीलर सर्विस असिस्टेंट
· इलेक्ट्रॉनिक सर्विस असिस्टेंट
· फिजिकल एजुकेशन असिस्टेंट
कक्षा 11 और 12 में कुछ नए पाठ्यक्रमों को प्राथमिकता दी गई है, जिनमें प्रमुख रूप से निम्न शामिल हैं:
· जूनियर सॉफ्टवेयर डेवलपर
· सोलर पैनल टेक्नीशियन
· ड्रोन सर्विस टेक्नीशियन
· सीसीटीवी फुटेज ऑपरेटर
· फ्लोरीकल्चर
· सेल्फ एम्प्लॉयड टेलर
4 लाख से अधिक विद्यार्थियों को मिलेगा लाभ
प्रदेश में वर्तमान में 2,383 विद्यालयों में 4 लाख से अधिक विद्यार्थी व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। इन छात्रों को प्रशिक्षित करने के लिए 4,700 से अधिक शिक्षकों को विभिन्न विषयों में प्रशिक्षण दिया गया है।
लोक शिक्षण संचालनालय ने प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे व्यावसायिक शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने और अधिक से अधिक छात्रों को इस शिक्षा प्रणाली से जोड़ने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार करें। यह पहल न केवल छात्रों को रोजगार के लिए तैयार करेगी, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने में भी सहायक होगी।
नवीन राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत प्रदेश में व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने की यह पहल छात्रों को आधुनिक कौशल सिखाने और उन्हें रोजगार के योग्य बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे न केवल स्कूली शिक्षा प्रणाली में सुधार होगा, बल्कि प्रदेश की युवा शक्ति को आत्मनिर्भर बनाने में भी मदद मिलेगी।