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माधव नेशनल पार्क बना मध्यप्रदेश का 9वाँ टाइगर रिजर्व!!

8 March 2025 by
THE NEWS GRIT

माधव नेशनल पार्क शिवपुरी को मध्यप्रदेश का 9वाँ टाइगर रिजर्व घोषित किये जाने के आदेश राज्य शासन द्वारा 7 मार्च, 2025 को जारी कर दिये गये हैं। माधव नेशनल पार्क की स्थापना वर्ष 1956 में हुई थी। यह प्रदेश के पहले अधिसूचित होने वाले नेशनल पार्कों में से एक है। माधव टाइगर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल 1650 वर्ग किलोमीटर है, जिसमें कोर एरिया का क्षेत्रफल 374 वर्ग किलोमीटर और बफर एरिया का क्षेत्रफल 1276 वर्ग किलोमीटर है। माधव टाइगर रिजर्व बनने से प्रदेश के वाइल्ड लाइफ टूरिज्म को और अधिक बढ़ावा मिलेगा।

बाघ पुनर्स्थापना एवं वृद्धि

माधव राष्ट्रीय उद्यान में वर्ष 2023 में बाघ पुनर्स्थापना के तहत 3 बाघ लाए गए थे, जिनमें 2 मादा और 1 नर शामिल थे। नर बाघ सतपुड़ा टाइगर रिजर्व से एवं मादा बाघ पन्ना टाइगर रिजर्व और बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से लाए गए थे। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से लाई गई मादा ने 2 शावकों को जन्म दिया, जिनकी उम्र लगभग 8 से 9 माह है। एनटीसीए (भारत सरकार) द्वारा 2 अतिरिक्त बाघ – 1 नर और 1 मादा लाने की स्वीकृति दी गई है, जो 10 मार्च, 2025 को माधव टाइगर रिजर्व में छोड़े जाएंगे। इस प्रकार माधव टाइगर रिजर्व में कुल बाघों की संख्या 7 हो जाएगी।

पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

शिवपुरी स्थित माधव टाइगर रिजर्व ग्वालियर के बिल्कुल करीब होने से पर्यटन के लिहाज से आदर्श स्थान है। यहाँ बाघ के अलावा तेंदुआ, भेड़िया, सियार, लोमड़ी, जंगली कुत्ता, जंगली सुअर, साही, अजगर, चिंकारा और चौसिंगा आदि वन्य जीव पाए जाते हैं। यहाँ विभिन्न प्रकार के पक्षी भी पाए जाते हैं, जिनमें मुख्य रूप से पीले पैर वाला बटेर और बाज शामिल हैं। इसके अलावा, माधव टाइगर रिजर्व में कई प्राचीन मंदिर और ऐतिहासिक स्मारक हैं, जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।

माधव टाइगर रिजर्व एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है, जो वन्य-जीव प्रेमियों, प्रकृति-प्रेमियों और सांस्कृतिक विरासत के प्रति रुचि रखने वाले लोगों के लिए एक आदर्श स्थल है। यहाँ वन्य-जीव सफारी और पिकनिक स्पॉट भी उपलब्ध हैं।

टाइगर कॉरिडोर को मिलेगा लाभ

माधव टाइगर रिजर्व, पन्ना टाइगर रिजर्व एवं रणथंभौर टाइगर रिजर्व के बीच स्थित है। यह इन दोनों के बीच टाइगर कॉरिडोर को और अधिक सुदृढ़ करता है। माधव टाइगर रिजर्व बनने एवं इसमें बाघों की पुनर्स्थापना से यहाँ के सम्पूर्ण लैंडस्केप में बाघों की संख्या में सुधार होगा एवं जैव विविधता (Genetic Diversity) में वृद्धि होगी।

आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि

माधव टाइगर रिजर्व बनने से सम्पूर्ण क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। कूनो राष्ट्रीय उद्यान में चीता पुनर्स्थापना के बाद पर्यटकों की संख्या में वृद्धि देखी गई है। माधव टाइगर रिजर्व, कूनो राष्ट्रीय उद्यान से भी जुड़ा हुआ है। माधव टाइगर रिजर्व में बाघों की उपस्थिति और कूनो राष्ट्रीय उद्यान में चीतों की मौजूदगी से सम्पूर्ण ग्वालियर-शिवपुरी-श्योपुर क्षेत्र में पर्यटन तेजी से बढ़ेगा, जिससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे और आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि होगी।

मध्यप्रदेश के टाइगर रिजर्व की सूची

कान्हा टाइगर रिजर्व

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व

पेंच टाइगर रिजर्व

पन्ना टाइगर रिजर्व

सतपुड़ा टाइगर रिजर्व

संजय दुबरी टाइगर रिजर्व

नौरादेही टाइगर रिजर्व

रातापानी अभ्यारण्य (टाइगर रिजर्व)

माधव नेशनल पार्क (टाइगर रिजर्व)

माधव टाइगर रिजर्व के रूप में यह नया टाइगर रिजर्व, मध्यप्रदेश के वन्य-जीव संरक्षण और पर्यटन को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

​(Source – Jansampark Vibhag)

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THE NEWS GRIT 8 March 2025
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