मध्यप्रदेश में निवेश और विकास की नई ऊँचाइयों को छूने के उद्देश्य से आज ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 की भव्य शुरुआत हुई। इस समिट की थीम "अनंत संभावनाएं" सिर्फ एक विचार नहीं, बल्कि प्रदेश में मौजूद निवेश और उद्योग की असीम संभावनाओं को प्रदर्शित करने वाला एक व्यापक दृष्टिकोण है।
भोपाल में पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का शुभारंभ, अनंत संभावनाओं की ओर बढ़ता मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय आज एक ऐतिहासिक अवसर का गवाह बनने जा रही है, जहां माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के कर-कमलों द्वारा "ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट" का भव्य शुभारंभ होगा। इस दो दिवसीय समिट का उद्देश्य प्रदेश को निवेश और उद्योग के नए केंद्र के रूप में स्थापित करना है, जिससे आर्थिक विकास को नई गति मिलेगी।
प्रधानमंत्री मोदी जी ने अपने संबोधन में कहा, "भारत के विकसित भविष्य में तीन सेक्टर्स की बहुत बड़ी भूमिका रहने वाली है। ये तीनों सेक्टर्स, करोड़ों नई नौकरियां पैदा करने वाले हैं। ये सेक्टर्स हैं - टेक्सटाइल, टूरिज्म और टेक्नोलॉजी।" यह विचार स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि सरकार इन प्रमुख क्षेत्रों में निवेश को प्राथमिकता देकर देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए प्रतिबद्ध है।
"अनंत संभावनाएं" थीम के साथ आयोजित इस समिट
में देश-विदेश के शीर्ष निवेशकों,
उद्योगपतियों और नीति निर्माताओं की भागीदारी देखने को मिलेगी।
प्रदेश सरकार की उद्योग-हितैषी नीतियों और विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर को ध्यान
में रखते हुए, यह समिट मध्यप्रदेश को नए निवेश और रोजगार
सृजन के केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित
होगी।
मध्यप्रदेश: निवेशकों की पसंदीदा मंज़िल
बीते कुछ वर्षों में मध्यप्रदेश ने औद्योगिक और आर्थिक प्रगति में नए आयाम स्थापित किए हैं। सुदृढ़ बुनियादी ढांचा, कुशल मानव संसाधन, अनुकूल नीतियाँ और स्थिर शासन ने प्रदेश को निवेशकों के लिए एक आकर्षक गंतव्य बना दिया है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का उद्देश्य इन क्षमताओं को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत करना और निवेशकों को प्रदेश में निवेश के लिए प्रोत्साहित करना है।
मुख्य आकर्षण
इस बार की समिट में विभिन्न उद्योग क्षेत्रों के शीर्ष निवेशकों, नीति निर्माताओं और व्यापारिक समूहों की उपस्थिति दर्ज की गई है। देश-विदेश से आए निवेशकों ने मैन्युफैक्चरिंग, आईटी, कृषि, टेक्सटाइल, टूरिज्म, एनर्जी, और ऑटोमोबाइल जैसे क्षेत्रों में अपनी रुचि दिखाई है।
इसके अलावा, प्रदेश सरकार की विभिन्न उद्योग-हितैषी नीतियाँ, नई योजनाएँ और विशेष आर्थिक ज़ोन (SEZ) को लेकर किए गए प्रयास भी इस समिट के प्रमुख विषयों में शामिल हैं।
"अनंत संभावनाएं"—एक नया दृष्टिकोण
"अनंत संभावनाएं" सिर्फ एक थीम नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश की विकास यात्रा की पहचान बन गई है। प्रदेश सरकार की ओर से उठाए गए साहसिक कदमों ने निवेशकों के लिए एक स्थिर और सुरक्षित वातावरण तैयार किया है। इस थीम के तहत सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्चर, शिक्षा, स्वास्थ्य, और हरित ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में निवेश को प्राथमिकता दी है।
नए अवसरों की राह
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 से उम्मीद की जा रही है कि यह प्रदेश में अरबों रुपये के निवेश को आकर्षित करेगी, जिससे रोज़गार के नए अवसर पैदा होंगे, आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी और मध्यप्रदेश की अर्थव्यवस्था को नई गति मिलेगी।
मध्यप्रदेश अपनी अनंत संभावनाओं के साथ एक नए युग की ओर अग्रसर है। इस समिट का उद्देश्य केवल निवेश आकर्षित करना ही नहीं, बल्कि प्रदेश को "आत्मनिर्भर भारत" के निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार करना भी है।