पं. दीनदयाल उपाध्याय शासकीय कला एवं वाणिज्य (अग्रणी) महाविद्यालय, सागर में एक सप्ताह का विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ किया गया। यह कार्यक्रम महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. जी.एस. रोहित के मार्गदर्शन एवं जनभागीदारी अध्यक्ष नितिन शर्मा के निर्देशन में प्रधानमंत्री उषा किरण योजना के अंतर्गत आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन उद्यमिता विकास केंद्र, मध्यप्रदेश (सेडमैप) सागर द्वारा किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य और प्रारंभिक सत्र
प्रशिक्षण के प्रथम दिन चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) आर.डी. बड़ोनिया ने जीएसटी के मूलभूत सिद्धांतों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कराधान प्रणाली की आवश्यकता, जीएसटी के अंतर्गत पंजीयन प्रक्रिया, चालान निर्माण और रिटर्न फाइलिंग जैसी महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं की रूपरेखा प्रस्तुत की। इन विषयों का विस्तृत अध्ययन आगामी सत्रों में किया जाएगा।
सीए बड़ोनिया ने बताया कि जीएसटी प्रणाली पूर्ववर्ती कर कानूनों की तुलना में अधिक सरल और प्रभावी है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि "एक राष्ट्र, एक कर" की अवधारणा के तहत विभिन्न अप्रत्यक्ष करों को समाहित कर दिया गया है, जिससे व्यापारियों और उपभोक्ताओं दोनों को लाभ मिलता है। उन्होंने समझाया कि जीएसटी के अंतर्गत केंद्र सरकार और राज्य सरकार के बीच कर संग्रहण का संतुलन बना रहता है। CGST (सेंट्रल जीएसटी) केंद्र सरकार को प्राप्त होता है, जबकि SGST (स्टेट जीएसटी) राज्य सरकार के हिस्से में जाता है। अंतरराज्यीय व्यापार हेतु IGST (इंटीग्रेटेड जीएसटी) की व्यवस्था की गई है, जिससे राज्यों के बीच कर संकलन की प्रक्रिया सुचारू हो सके।
विशेष अतिथियों की उपस्थिति और मार्गदर्शन
इस कार्यक्रम के शुभारंभ के अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य श्री जी.एस. रोहित एवं प्रोफेसर श्री अमर कुमार जैन विशेष रूप से उपस्थित रहे। साथ ही, सेडमैप (CEDMAP) के प्रतिनिधि श्री नरेंद्र कुमार तोमर ने भी इस अवसर पर भाग लिया और छात्रों को स्वरोजगार तथा उद्यमिता के अवसरों के बारे में प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि जीएसटी की संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर छात्र न केवल कराधान क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं, बल्कि अपने स्वयं के व्यवसाय को भी सरलता से संचालित कर सकते हैं।
प्रशिक्षण की प्रमुख विशेषताएँ
इस विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान छात्रों को निम्नलिखित महत्वपूर्ण विषयों पर गहन जानकारी दी जाएगी:
जीएसटी पोर्टल का व्यावहारिक उपयोग
ऑनलाइन पंजीयन प्रक्रिया
चालान निर्माण एवं रिटर्न फाइलिंग
ITC (इनपुट टैक्स क्रेडिट) की गणना
कर चोरी रोकने के उपाय एवं कानूनी प्रावधान
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 10 मार्च 2025 से 21 मार्च 2025 तक आयोजित किया जाएगा, जिसमें भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएंगे।
छात्रों की सहभागिता एवं प्रतिक्रिया
प्रशिक्षण कार्यक्रम के पहले दिन बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं की उत्साहजनक उपस्थिति देखने को मिली। उन्होंने इस सत्र को अत्यंत ज्ञानवर्धक बताते हुए इसकी सराहना की। छात्रों ने जीएसटी से संबंधित अपने प्रश्न पूछे और विशेषज्ञों से समाधान प्राप्त किया।
इस प्रकार, जीएसटी एवं कराधान पर आधारित यह विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम छात्रों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा। न केवल यह उन्हें कराधान प्रणाली को गहराई से समझने का अवसर देगा, बल्कि कर क्षेत्र में रोजगार के नए अवसरों के द्वार भी खोलेगा। CEDMAP और महाविद्यालय प्रशासन द्वारा की गई इस पहल से छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त होगा, जिससे वे अपने करियर में आगे बढ़ सकेंगे।