एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए राज्य स्तर से राज्य स्तरीय समन्वयक रॉबिन जॉर्ज द्वारा सागर जिले के विभिन्न ब्लॉकों – रहली, देवरी, केसली, बीना, खुरई – का निरीक्षण किया गया। इस दौरान उन्होंने स्कूलों, आंगनबाड़ियों, और स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए।
निरीक्षण के प्रमुख बिंदु:
स्कूलों में आयरन की उपलब्धता: परीक्षा अवधि के दौरान स्कूलों में आयरन की गोलियों की उपलब्धता की जांच की गई।
शिक्षकों को निर्देश: सभी शिक्षकों को प्रति मंगलवार विद्यार्थियों को आयरन की गोली खिलाने हेतु निर्देश दिए गए।
रिपोर्टिंग व्यवस्था: रिपोर्टिंग रजिस्टर की उपलब्धता की समीक्षा की गई और यह सुनिश्चित किया गया कि स्कूलों द्वारा ब्लॉक स्तर पर नियमित रिपोर्ट भेजी जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग एवं अन्य संस्थानों की भागीदारी:
एविडेंस एक्शन इंडिया के क्षेत्रीय समन्वयक हुसैन खान निरीक्षण के दौरान साथ रहे। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और आशा कार्यकर्ताओं को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि प्रत्येक मंगलवार और शुक्रवार को बच्चों को आयरन की सिरप दी जाए।
इसके अतिरिक्त, ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को नियमित मॉनिटरिंग करने और कार्यक्रम को और अधिक प्रभावी बनाने हेतु सक्रिय भागीदारी करने के निर्देश दिए गए।
बेहतर कार्यान्वयन के लिए सुझाव:
रॉबिन जॉर्ज ने सागर जिले में कार्यक्रम को अधिक प्रभावी बनाने के लिए निम्नलिखित सुझाव दिए:
CHO (कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर) को निगरानी के लिए तैनात किया जाए।
आयरन स्टॉक की निरंतर उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए इंटेंड (आदेश) जारी किए जाएं।
स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, तथा शिक्षा विभाग के संयुक्त प्रयासों को और अधिक सशक्त बनाया जाए।
एविडेंस एक्शन इंडिया संस्था के सहयोग से यह कार्यक्रम सागर जिले में तकनीकी सहायता प्राप्त कर रहा है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि एनीमिया मुक्त भारत अभियान प्रभावी रूप से कार्यान्वित हो और जिले में एनीमिया की समस्या को जड़ से समाप्त किया जा सके।