स्वयंसेवी संगठनों का समाज में महत्वपूर्ण योगदान होता है, विशेष रूप से शासन की योजनाओं को समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्तियों तक पहुंचाने में। मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद (योजना आर्थिक सांख्यिकी विभाग, मध्यप्रदेश शासन) द्वारा समृद्धि योजना 2024-25 के अंतर्गत स्वयंसेवी संगठनों का प्रशिक्षण सागर जिले के पुराने कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में आयोजित किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ
इस कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि भगत सिंह ठाकुर (राज्य प्रभारी, पतंजलि योग समिति, मध्य प्रदेश) द्वारा मां सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में विनोद तिवारी (ब्रांड एंबेसडर, स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान, नगर निगम सागर एवं अध्यक्ष, श्रीराम सेवा समिति) उपस्थित रहे। प्रमुख वक्ता दिनेश कुमार उमरैया (संभागीय समन्वयक) तथा विशिष्ट अतिथि संजय उपाध्याय (सलाहकार, राज्य नीति आयोग) भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
मुख्य अतिथि भगत सिंह ठाकुर ने प्रशिक्षण सत्र में कहा कि आधुनिक चुनौतियों से निपटने के लिए हमें अपनी संस्कृति, परंपरागत रोजगार और योग को संरक्षित करना होगा। उन्होंने भारतीय समाज की एकता और सहकार्य की भावना पर भी जोर दिया और मानसिक शांति के लिए योग एवं ध्यान की आवश्यकता को रेखांकित किया।
विषयगत चर्चा और विशेषज्ञों के विचार
· विनोद तिवारी ने नगर में चल रहे स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान की जानकारी दी।
· संजय उपाध्याय (सलाहकार, राज्य नीति आयोग) ने शासन की विभिन्न योजनाओं में स्वयंसेवी संगठनों की भूमिका पर प्रकाश डाला।
· उद्यानिकी विभाग के उपसंचालक पी एस बडोले ने उद्यानिकी फसलों, उनके उत्पादन, विपणन, पैकिंग एवं परिवहन की सुविधाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने इसे एक स्थायी रोजगार के रूप में अपनाने पर भी चर्चा की।
· आरसेटी सागर के ट्रेनिंग को ऑर्डिनेटर आशीष सेन ने ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण केंद्र द्वारा युवक-युवतियों को तकनीकी और कौशल विकास प्रशिक्षण के माध्यम से स्वरोजगार स्थापित करने में सहयोग के बारे में जानकारी दी। उन्होंने शासन से मिलने वाली सब्सिडी एवं ऋण योजनाओं पर भी प्रकाश डाला।
· जिला पंजीयक फर्म एवं संस्थाएं सागर के बी डी मौर्य ने स्वयंसेवी संगठनों के पंजीकरण और वार्षिक विवरण प्रस्तुत करने की आवश्यकताओं पर चर्चा की। उन्होंने संगठनों के गैर-लाभकारी उद्देश्य और उनके विकासात्मक कार्यों पर जोर दिया।
जन अभियान परिषद की भूमिका
संभागीय समन्वयक दिनेश कुमार उमरैया ने बताया कि मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद का उद्देश्य समग्र सतत विकास को बढ़ावा देना है। 2007-08 से परिषद पूरे प्रदेश में सक्रिय है, और वर्तमान में 24,000 से अधिक प्रस्फुटन समितियां कार्यरत हैं। सागर संभाग में लगभग 2800 ग्राम विकास प्रस्फुटन समितियां कार्य कर रही हैं।
शिक्षा एवं प्रशिक्षण की पहल
परिषद द्वारा 2015-16 से महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के सहयोग से बीएसडब्ल्यू (BSW) और एमएसडब्ल्यू (MSW) पाठ्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। इन पाठ्यक्रमों के माध्यम से युवाओं को समाज सेवा, पर्यावरण संरक्षण और ग्रामीण विकास के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है।
कार्यक्रम का समापन
कार्यक्रम के अंत में स्वयंसेवी संगठनों की संरचना, प्रभाव, पंजीकरण प्रक्रिया, सीएसआर (CSR) फंडिंग और प्रबंधन पर भी जानकारी दी गई। संचालन के के मिश्रा (जिला समन्वयक) द्वारा किया गया, और आभार प्रदर्शन अंजली पाठक (विकासखंड समन्वयक) ने किया।
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम स्वयंसेवी संगठनों को शासन की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन में अपनी भूमिका को समझने और समाज के समग्र विकास में योगदान देने के लिए प्रेरित करने में सफल रहा।
(Source - PRO Sagar)